अपनी बस्ती भर रही है उनसे जिनकी दौलत से बस यारी। अपनी बस्ती भर रही है उनसे जिनकी दौलत से बस यारी।
भाईचारा है हमारा उद्येश्य चाहे अलग - अलग हो हमारे भेष। भाईचारा है हमारा उद्येश्य चाहे अलग - अलग हो हमारे भेष।
इस शहर के लोगों की जरा बात अलग है मिलते हैं सब ईद गले पर जात अलग है ईदगाह में इबादत और मंदिर में ह... इस शहर के लोगों की जरा बात अलग है मिलते हैं सब ईद गले पर जात अलग है ईदगाह में ...
साथ दो, विश्वास दो, एक बार फिर से कमल का साथ दो। साथ दो, विश्वास दो, एक बार फिर से कमल का साथ दो।
है सलाम तुझे ऐ नौजवान जो देश सेवा को तत्पर रहते हैं, युद्ध -मेघ घनघोर देख भी मैं वाप है सलाम तुझे ऐ नौजवान जो देश सेवा को तत्पर रहते हैं, युद्ध -मेघ घनघोर देख भी ...
वतन की रह पर जहाँ, शहीद होते हैं जवान हँसते-हँसते, ऐसे देश का सूरज मित्रों, न डूबा बस हरदम चढ़ा है...... वतन की रह पर जहाँ, शहीद होते हैं जवान हँसते-हँसते, ऐसे देश का सूरज मित्रों, न डू...